Page 104 - Montfort Magazine 21-22
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ऑनल़ाइन शशक़्ा
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करोना महामारी न तबाही मचाई , दवद्ािय बि हुए,
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ऑनिाइन दशक्ा की बारी आई।
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आधदनक दशक्ा का हुआ दनमाण ,हमार दशक्क ह िश की
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आन, बान और शान।
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कदठन पररस्थदतयों को दिया सभाि, दशष्ाचार,
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आत्मदनभर पर दिया व्यसतिगत ध्ान।
रटकर पढ़ना हुआ पराना , व्यवहाररक ज्ान का आया
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ज़माना।
वीदडयो िख दवषय रोचक बन जात, पढ़ाई म महत्वपण ्थ
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भदमका दनभात।
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सकरात्मक सोच को बढ़ावा दिया, हमशा हमारा
मागिशन दकया।
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घर- घर ज्ान क िीप जि, गरु दशष्य दमिकर आग बढ़।
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अथव हरभजनका
तीसरी बी
ऑनल़ाइन पढ़ाई
ऑनिाइन पढ़ाई म आता ह मज़ा,
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पर ऑफिाइन कक्ा का अिग था जजबा ।
हर टीचर की बात,
बचों क सग,
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उन् िती थी नया रग ।
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पर कोरोना न कर दिया जीवन म आतक,
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पर ऑनिाइन पढ़ाई नहीं हुई बि ।
सबकी कोदशश िाएगी रग,
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नशिष बत़्ा
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सब रहनग एक-िसर क सग ।
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तीसरी-अ
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